बाल सुरक्षा संसाधन हिंदी में | Child Safety Resources in Hindi
बाल यौन शोषण से हम बच्चों का बचाव कर सकते हैं।
www.aarambhindia.org भारत का पहला ऑनलाइन संसाधन केंद्र है। जहां हम बच्चों की सुरक्षा करनेवाले विभिन्न हितधारकों के लिए विविध संसाधन प्रदान करते हैं।
यदि आप पुलिस कर्मचारी हैं, या बच्चे के माता-पिता ये संसाधन आपको बाल यौन शोषण से बच्चों का बचाव करने में सक्षम बना सकते हैं। इस पेज पर बाल यौन शोषण की बुनियादी बातों से लेकर विभिन्न जटिलताओं पर जानकारी प्रस्तुत की गयी हैं।
अगर आप अन्य जानकारी चाहते है, तो कृपया हमसे संपर्क करें।
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बाल यौन शोषण की मूलभूत जानकारी
नीचे दिया गया है एक आसान गाइड जिसकी सहायता से आप बाल यौन शोषण के बारे में मूल बातें सीख सकते है। इस विषय पर आपके संदेह और प्रश्नों के उत्तर यहाँ पाए।
बाल यौन शोषण की पहचान कैसे करें ?
बच्चों में यौन शोषण का संदेह होने पर पहचानने हेतु चेतावनी संकेतों की सूची यहाँ पाए। यह समझना जरूरी है की, यह सूची परिपूर्ण नहीं है। एक या अधिक संकेतों की मौजूदगी, यौन दुर्व्यवहार का द्योतक हो सकती है।
पोक्सो क्या हैं?
प्रोटेक्शन ऑफ़ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ओफ्फेंसेस एक्ट, २०१२ (पोक्सो) भारत के सबसे विस्तृत और महत्त्वाकांक्षी कानूनों में से एक है, जो यौन शोषण से पीड़ित बच्चों के लिए न सिर्फ न्याय की इजाजत देता है, बल्कि बच्चे के हित और कल्याण को भी ध्यान में रखता हैं। यह कानून बाल सुरक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कानून है।
‘पोक्सो क्या हैं?’ यह पोस्टर डाउनलोड करें |
पोक्सो कानून हिंदी में डाउनलोड करें |
पोक्सो के तहत गंभीर अपराध
पोक्सो कानून के तहत कुछ अपराधों और अपराधियों को अधिक गंभीर माना गया है। गुरुतर ढंग से किये हुए अपराधों में अधिक्तम सजा की घोषणा की गयी है।
बच्चों के लिए अनुकूल प्रक्रियाए
पोक्सो कानून के तहत बच्चों की चिकित्सा जांच के समय, पुलिस और मजिस्ट्रेट द्वारा तथा अदालत में बच्चे के बयान के दौरान बच्चों के लिए अनुकूल प्रक्रियाओं का इस्तेमाल करने की सलाह दी गयी है।
बच्चे का बयान दर्ज करने की प्रक्रिया डाउनलोड करें |
लैंगिक अपराध से पीड़ित बालकों के लिए न्याय पाना
बालक के साथ हुए लैंगिक अपराध की पुलिस शिकायत दर्ज करना न्याय की मांग करने की लंबी प्रक्रिया का सिर्फ पहला कदम है। लैंगिक उत्पीड़न के शिकार हुए बालक के माता-पिता,भरोसेमंद वयस्क या सी.डब्ल्यू.सी द्वारा नियुक्त समर्थन व्यक्ति (सपोर्ट पर्सन) के रूप में, हम बालक के साथ न्याय प्रणाली से गुज़रते हैं। यह एक ऐसी प्रणाली है जिसमें विभिन्न चरण हैं जिसका समय अनिश्चित काल तक फैला हुआ है।और जो व्यक्ति यह पहली बार अनुभव करता है वह भ्रामक और भारी महसूस कर सकता है। और यदि आप अभिभूत महसूस करते हैं,तो ज़रूरबालक भी करता है।
आरंभ इंडिया की “पीड़ित बालकों के लिए न्याय पाने के दौरान यह बातें जान लें” शृंखला से हम उम्मीद करते है कि आप सिस्टम से गुज़रने के लिए और अपने बालक की सहायता करने के लिए खुद को तैयार कर सकें।ऐसे परिस्थितियों से बच्चे की रक्षा करना जो उन्हें फिर से चोट पहुंचा सकती हैं, यह सुनिश्चित करना कि बच्चे के अनुकूल व्यवहारों का पालन किया जाता है, और सिस्टम से निपटने के लिए बच्चे को सशक्त बनाने से आरोपी के अभियोजन में न्यायालय की सहायता करने में काफी मदद मिल सकती है।बाल सुरक्षा और बाल संरक्षण सक्रिय स्थिति है। सबसे अच्छी तरह से रखी गई प्रणाली और दिशानिर्देश बालक के अनुकूल माहौल नहीं बनाते हैं। यह एक आदर्श है, और आपको लगातार इस दिशा में काम करना चाहिए।
न्याय प्रणाली की यात्रा |
संस्थाओ में बाल संरक्षण
बच्चों के साथ काम करने वाले संघटनो तथा संस्थाओं को बाल संरक्षण के लिए, संस्था के भीतर तथा बाहर प्रतिबद्ध होना आवश्यक है। यह सुनिश्चित करना जरूरी है हमारे संस्था के कर्मचारी, आंतरिक नीति और प्रणाली बाल संरक्षण के मूलभूत सिद्धांतों के अनुरूप हैं।
संगठनों, संस्थाओं, और कार्यालयों के लिए बाल संरक्षण जांचसूची डाउनलोड करें
बाल देख रेख संस्थाओ में यौन शोषण – भाग १ |
मीडिया के लिए
देश में बाल यौन शोषण पर लोगों के बीच जागरुकता का एक बड़ा श्रेय मीडिया को जाता है। एक संवेदनशील, जागरूक और जिम्मेदार मीडिया इस समस्या से लाखों लोगों को जागरूक करने और सक्रिय रूप से सक्रिय करने में मदद कर सकता है।
बच्चों के खिलाफ यौन अपराध के मामलों की रिपोर्ट करते समय क्या करें और क्या ना करें ये जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें